हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सुप्रीम लीडर कहां,कभी ऐसा होता है कि शौहर ज़िन्दगी के कामों में किसी दोराहे पर पहुंच जाता है। उसे दुनिया या फिर सही रास्ते, ईमानदारी व सच्चाई में से एक को चुनना होता है, उसे इन दोनों में से एक को चुनना होता हैंं।
यही वह जगह होती है, जहाँ बीवी उसे पहले या दूसरे रास्ते की ओर खींच सकती है। इसी तरह इसके बरअकस भी है। शौहर भी अपनी बीवी के संबंध में इसी तरह असरअंदाज़ हो सकता है।
कोशिश कीजिए इस तरह असरअंदाज़ होइए। दोनों कोशिश करें कि एक दूसरे को दीनदार, अल्लाह के रास्ते पर चलने वाला, इस्लाम के रास्ते पर चलने वाला, सत्य के रास्ते पर चलने वाला, इमानदारी व सच्चाई के रास्ते पर चलने वाला बाक़ी रखें, गुमराही और भटकने से बचाएं।
इमाम ख़ामेनेई,